रायपुर। शराब दुकानों में पैसे लेकर व्यक्तियों को नौकरी देने का सिलसिला अब आम हो गया है। BIS (बॉम्बे इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी इंडिया लिमिटेड) कंपनी लगातार अपनी मनमानी कर रही है। कंपनी के एरिया मैनेजरों द्वारा पैसे लेकर व्यक्तियों को शराब दुकानों में नौकरी दी जाती है और बाद में किसी न किसी बहाने से उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है BIS के एमडी पिरन सिंह को इन सभी कृत्यों की जानकारी रहती है बावजूद इसके चंद पैसों के लालच में कोई कुछ नहीं करता। मजे की बात तो यह है कि आबकारी अधिकारी भी इस मामले में मुक़बधिर बन तमाशा देख रही है।
आबकारी विभाग की सहायक कंपनी BIS (बॉम्बे इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी इंडिया लिमिटेड) के कर्मचारियों के नए नए कारनामे सामने आ रहे हैं| फिर भी आबकारी विभाग के आला अधिकारीयों के साथ-साथ कंपनी के बड़े अधिकारी भी मौन बैठे हैं|
BIS (बॉम्बे इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी इंडिया लिमिटेड) के एरिया मैनजर राजा सारथी के कदम जिस जिस दुकान में पड़े सरकारी खजाने से रकम वैसे-वैसे उड़े…
राजा के इतिहास की अगर बात की जाए तो जब राजा सारथी के पास लालपुर के शराब दूकान का जिम्मा हुआ करता था तब भी लालपुर का शराब दूकान घटती के कर्ज तले दबा हुआ करता था… वहीं अब जब राजा सारथी के पास गंज स्थित शराब दूकान का प्रभार है तो यह दूकान भी लाखों की घटती का बोझ ढोने लगा| वहीं अब राजा सारथी के अधीनस्थ आने वाले स्टेशन रोड स्थित शराब दुकान 4 लाख की घटती का भार ढो रहा है। इसके अलावा राजा सारथी के ऊपर कई बार गंभीर आरोप लगे हैं आरोपों के अनुसार राजा सारथी शराब दुकान में कार्य करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति मोटी रकम की वसूली करता है विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजा सारथी प्रत्येक व्यक्ति 1 लाख रुपए की मोटी रकम वसूलत है वहीं इस मोटी रकम का हिस्सा बंटवारा भी तीन भागों में किया जाता है जानकारी के अनुसार 30-30 हज़ार रुपए तीन तीन हिस्सों में बटते हैं अब यह कहना गलत नहीं होगा कि इन पैसों का हिस्सा BIS के एमडी पिरन सिंह को या आबकारी विभाग के अधिकारियों को भी जाता है क्योंकि खबरें कई बार लगी और कार्रवाई एक बार भी नहीं हुई।
वहीं जानकारी के अनुसार BIS कंपनी में एरिया मैनेजर के पद पर कार्य करने के लिए स्नातक की डिग्री होना अनिवार्य है। लेकिन राजा सारथी और अभिषेक शर्मा का क्या ही कहना BIS को मोटी कमाई कर के देने का जिम्मा इन दोनों के कंधों पर है शायद यही कारण है कि इस पद पर फिट नहीं बैठने के बावजूद BIS के एमडी पीरन सिंह भी इन दिनों के ऊपर कोई कड़ा कदम नहीं उठाते।
ठीक ऐसा ही हाल इनके घनिष्ठ मित्र अभिषेक शर्मा व अमित शर्मा का भी है| हालांकि अभिषेक शर्मा व अमित शर्मा के दुकानों में घटती की कोई जानकारी तो हमें नहीं है लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह दोनों कर्मचारी भी अपने घनिष्ठ मित्र राजा सारथी के दिखाए रास्ते में चलते हैं और राजा सारथी का भरपूर साथ देते हैं। ये दोनों महोदय भी पैसे लेकर लोगों की नौकरियां लगवाते हैं|
जानकारी के अनुसार अभिषेक शर्मा ने सस्त्रिमार्केट स्थित शराब दुकान में जिस शुभम जांगडे को सुपरवाइजर के पद पर न्युक्त किया है| यह वही शुभम जांगडे यह वाही शक्श है जिसे पूर्व में तत्कालीन आबकारी अधिकारी प्रीती कुशवाहा ने कटोरा तलब स्थित शराब दुकान से बहरी शराब को बेचने के आरोप में बहार का रास्ता दिखाया था|
विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभिषेक शर्मा ने शुभम जांगडे से 50 हज़ार रूपये की मोटी रकम लेकर उसे इस कार्य के लिए न्युक्त किया है| मिली जानकारी के अनुसार शास्त्री मार्केट के शराब दुकान में भी लाखों की घटती है। जानकारी के अनुसार शास्त्री मार्केट के इस शराब दुकान में लगभग 3 लाख से अधिक की घटती सामने आई है।
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